
समय के साथ हमारे जीवनशैली में बहुत तेजी से परिवर्तन हुआ है। 15-20 साल पहले तक लोगों की ऊर्जा, यानी बिजली पर निर्भरता न के बराबर थी, परंतु आज बिजली के बिना जीवन की कल्पना करना भी कठिन है। इस कठिनाई का सबसे बड़ा सहारा भारत सरकार और बैटरी हैं।
यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि जैसे-जैसे हमारे देश में बिजली की स्थिति में सुधार हुआ है, वैसे ही बैटरी के उत्पादन और बिक्री में भी वृद्धि हुई है। पहले के समय में केवल एक ही प्रकार की बैटरी होती थी जो नॉन-रिचार्जेबल होती थी, उसके बाद रिचार्जेबल बैटरी आई जिसे बार-बार चार्ज करके इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आज के समय में बाजार में कई प्रकार की बैटरियां उपलब्ध हैं।
तो आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले है की घरेलु बैटरी कितने प्रकार की होती है और आपके किस प्रकार की बैटरी का उपयोग करना चाहिए ?
घरेलु बैटरी कितने प्रकार के बैटरी होती हैं ?
लीड एसिड बैटरी :
इस बैटरी के अंदर एसिड को डाला जाता है तभी यह काम करती है । यानि की दो प्लेटों के बीच जगह खाली होती है और इसी जगह पर एसिड होने से एक प्लेट से दूसरी प्लेट में गुज़रने लगते हैं इलेक्ट्रॉन्स तभी बैटरी काम करती है । इस बैटरी की खासियत यही है की यह एक साथ अधिक मात्रा में विधुत देने में सक्ष्म होती हैं । इसका उपयोग ऐसे जगह में किया जाता है जहां एक ही समय में बहुत अधिक मात्रा में करंट की आवश्यकता हो । पॉवरफुल मोटर का उपयोग किया जाता है इंजन को चलाने के किये जैसे की गाड़ियों में, बाइक्स में इत्यादि । इन सब में इंजन को चलाने के लिए पॉवरफुल मोटर की जरूरत होती है और वही मोटर को चाहिए होता है अधिक करंट तभी इस प्रकार की बैटरी को लाया जाता है उपयोग में । जबकि इस बैटरी की कीमत अधिक होती है ।
लिथियम आयन बैटरी या लायन बैटरी :
लिथियम आयन बैटरी, जिसे लायन बैटरी भी कहा जाता है, वह बैटरी होती है जिसमें न तो पानी और न ही किसी एसिड का इस्तेमाल होता है; इसके बजाय, इसमें पाउडर का प्रयोग होता है। इस बैटरी का वजन अन्य बैटरियों की तुलना में कम होता है क्योंकि इसमें इस्तेमाल किया गया पाउडर हल्का होता है और इसे बाहर से एल्युमिनियम की पतली परत से ढका जाता है। इसका प्रयोग मुख्य रूप से लैपटॉप और स्मार्टफोन के अंदर डिवाइस को संचालित करने के लिए किया जाता है।
लिथियम पॉलीमर बैटरी :
ड्रोन और हेलीकॉप्टर जैसे उड़ने वाले खिलौनों में हल्की बैटरी का उपयोग होता है, जिससे उनके उड़ान क्षमता में सुधार होता है।
Ni-Cd बैटरी
इस प्रकार की बैटरी निकेल और कैडमियम से बनी होती है, जिसकी लागत कम होती है और इसकी डिस्चार्ज दर भी कम होती है। ये बैटरियां विभिन्न आकारों में उपलब्ध हैं और इनका न्यूनतम वोल्टेज 1.2V होता है। इनका पावर घनत्व 60 Wh/Kg होता है।
Ni-MH बैटरी
इन बैटरियों को Ni-Cd बैटरियों के मुकाबले अधिक प्राथमिकता दी जाती है। इनका नाममात्र वोल्टेज 1.25V होता है, ये आसानी से मिल जाती हैं और इनका पर्यावरणीय प्रभाव भी कम होता है। इनकी पावर घनत्व 100Wh/Kg है।
ली-आयन बैटरी
ये बैटरियां लिथियम धातु से निर्मित होती हैं। इनका आकार कॉम्पैक्ट होता है और ये पोर्टेबल उपकरणों में सहजता से उपयोग की जा सकती हैं। ये सेकेंडरी श्रेणी की सर्वोत्तम बैटरियां मानी जाती हैं, इनका औसत वोल्टेज 3.7V होता है और इनकी पावर घनत्व 126 Wh/Kg होती है।
Li-Po बैटरी
इन्हें लिथियम-आयन पॉलिमर बैटरी भी कहा जाता है क्योंकि ये तरल के स्थान पर पॉलिमर जेल या इलेक्ट्रोलाइट का प्रयोग करती हैं। ये बैटरियां थोड़ी महंगी अवश्य होती हैं, परंतु Li-आयन बैटरियों की अपेक्षा कहीं अधिक सुरक्षित होती हैं। इनका पावर घनत्व 185 Wh/Kg होता है।
How do lithium-ion and lead acid batteries compare?
लिथियम-आयन और लेड एसिड बैटरी दोनों ऊर्जा को कुशलतापूर्वक संग्रहीत करने की क्षमता रखती हैं, लेकिन इनके अपने विशेष लाभ और हानि होती हैं। बैटरी का चुनाव करते समय निम्नलिखित तुलनात्म बातों का ध्यान रखें :
Cost
बैटरी का चुनाव करने में सबसे महत्पूर्ण भूमिका हैं बजट (Cost) की, लेड एसिड बैटरी की Price, लिथियम-आयन विकल्पों की तुलना में बहुत कम होता हैं बेहतर एक लेड एसिड बैटरी सिस्टम की कीमत, समान आकार के लिथियम-आयन सेटअप की तुलना में, पाँच से दस गुना थक काम हो सकती है – लिथियम-आयन बैटरी की वर्तमान कीमत 5,0000 से 5,00,000 तक होती है, जिसमें इंस्टॉलेशन भी शामिल है, और यह रेंज आपके द्वारा चुने गए सिस्टम के आकार पर निर्भर करती है।
हालांकि लेड एसिड बैटरी की खरीद और Installation लागत आमतौर पर लिथियम-आयन विकल्पों की तुलना में बहुत ही कम है,
यदि आपका बजट 50000 से निचे है तो आपको लीड-एसिड बैटरी के साथ जाना चाहिए |
Capacity
दूसरा महत्वपूर्ण घटक हैं बैटरी की क्षमता, बैटरी की क्षमता ही तय करती हैं की बैटरी, बिजली की आभाव में कितनी देर तक back up देगी, लिथियम-आयन बैटरी तकनीक में लेड एसिड बैटरी की तुलना में काफी अधिक ऊर्जा स्टोर करती हैं और उसे आप लम्बे समय तक आसानी से उपयोग कर सकते हैं| इसका मतलब है कि लिथियम-आयन बैटरी में एक ही भौतिक स्थान का उपयोग करके अधिक ऊर्जा संग्रहीत की जा सकती है। चूँकि आप लिथियम-आयन तकनीक से अधिक ऊर्जा संग्रहीत कर सकते हैं, इसलिए आप अधिक ऊर्जा डिस्चार्ज कर सकते हैं, इस प्रकार अधिक उपकरणों को लंबे समय तक चला सकते हैं।
क्षमता के अनुसार आप लिथियम आयन बैटरी आपका पहला पसंद होना चाहिए |
Depth of discharge
बैटरी की डिस्चार्ज की गहराई (Deep Discharge Cycle), Deep Discharge Cycle का मतलब होता हैं, एक बार बैटरी को फुल चार्ज होने के बाद आप उसके कितने प्रतिशत तक ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं, जिसके बाद आपको इसे पुनः चार्ज में लगा देना चाहिए| एक चक्र में लिथियम-आयन बैटरी की कुल क्षमता का 85 प्रतिशत या उससे अधिक उपयोग करना सामान्य है, जबकि लेड एसिड बैटरी को लगभग 50 प्रतिशत से अधिक डिस्चार्ज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से बैटरी के जीवनकाल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
लिथियम-आयन तकनीक के साथ संभव डिस्चार्ज की बेहतर गहराई का मतलब है कि लिथियम-आयन बैटरी में लेड एसिड विकल्पों की तुलना में अधिक प्रभावी क्षमता है, जँहा आप लिथियम आयन बैटरी 85 % तक उपयोग कर सकते हैं वंही आप लीड एसिड बैटरी का मात्र 50% ही उपयोग कर पाते हैं |
Deep Discharge Cycle के अनुसार आपको लिथियम आयन बैटरी, लीड एसिड बैटरी की तुलना में बेहतर हैं
Efficiency
सौर पैनल दक्षता की तरह, बैटरी दक्षता विभिन्न विकल्पों की तुलना करते समय विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण मीट्रिक है। ज़्यादातर लिथियम-आयन बैटरियाँ 95 प्रतिशत या उससे ज़्यादा दक्ष होती हैं, जिसका मतलब है कि लिथियम-आयन बैटरी में संग्रहीत 95 प्रतिशत या उससे ज़्यादा ऊर्जा का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके विपरीत, लेड एसिड बैटरियों की दक्षता 80 से 85 प्रतिशत के करीब होती है। ज़्यादा दक्षता वाली बैटरियाँ तेज़ी से चार्ज होती हैं, और डिस्चार्ज की गहराई के समान, बेहतर दक्षता का मतलब है ज़्यादा प्रभावी बैटरी क्षमता।
Lifespan
बैटरी भी सोलर पैनल की तरह ही होती हैं, क्योंकि समय के साथ वे खराब हो जाती हैं और पुरानी होने के साथ कम प्रभावी हो जाती हैं। अपने घर या उपकरणों को चलाने के लिए बैटरी को डिस्चार्ज करना और फिर उसे सोलर एनर्जी या ग्रिड से रिचार्ज करना एक “चक्र” के रूप में गिना जाता है। अध्ययन के अनुसार संख्याएँ अलग-अलग होती हैं, लेकिन लिथियम-आयन बैटरियाँ आम तौर पर लेड एसिड बैटरियों की तुलना में कई गुना ज़्यादा चक्रों तक चलती हैं, जिससे लिथियम-आयन उत्पादों का प्रभावी जीवनकाल लंबा होता है।
लिथियम आयन बैटरी का जीवन काल लीड एसिड बैटरी की तुलना में ज्यादा होता हैं |
निष्कर्ष:
ऊपर दिए गए तुलना के आधार पर और विभिन्न फैक्टर को ध्यान में रखते हुए और साथ ही अपने जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आप अपने और अपनों के लिए बेहतर बैटरी का चुनाव कर सकते हैं | इस तुलना में बजट बहुत ही महत्पूर्ण फैक्टर हैं, जिसके कारण लोवर -मिडिल -क्लास और मिडिल -मिडिल क्लास के लिए लीड बैटरी बेहतर विकल्प हैं |
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